Saturday, October 30, 2010

'अगर मेरी हत्या हो जाती है जैसा की कुछेक की आशंका है और कुछ लोग इसके लिए साजिश कर रहे है, तो हिंसा हत्यारे के मन और कर्म में होगी, मेरे मरण में नहीं-क्योकि कोई भी नफरत चाहे वह कितनी भी गहरी हो, अपने देश और देशवासियों के प्रति मेरे प्यार को धुंधला नहीं  कर सकती, किसी भी ताकत में इतना दम नहीं जो मुझे अपने लक्ष्य से हटा सके और इस देश को आगे और आगे ले जाने की मेरी कोशिशो को नाकाम कर सके'  "इंदिरा जी का स्मरण आज उनका 26 वा शहीद दिवश है हम उन्हें नमन करते है"

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